coder दिल

वो आई जिस दिन ऑफिस में
हर लौंडा डामाडोल हुआ
वो QA तो है, पर किसकी है
हर team में ग़दर बवाल हुआ
elegance की वो मूरत देख
दिल अपना भी कुछ cool हुआ
न जाने कैसे किस्मत से
project अपना schedule हुआ

वो P3 फाइल करती थी
मैं P1 सा निपटाता था
हर एक JIRA को उसके मैं
मानो सीने से लगाता था
वो कब आती और कब जाती
अंदाज़ा न लग पाता था
बस एक झलक उसकी लेके
दिनभर घिसता रह जाता था

scrum अपने लिए तो जैसे
ख्वाबों की कोई date सी थी
मेरे लिए जो थी कविता
उसकी daily-update ही थी
न जाने कितने blocker उसके
हंस-हंस कर हमने solve किये
पहले minor और फिर major
feature कितने evolve किये

फिर एक अचानक meeting में
madam ने कुछ announce किया
और सुनकर वो मनहूस खबर
दिल double धड़कन से bounce हुआ
जल्द ही कुछ हफ़्तों में उसे
हनीमून पे अपने जाना था

(थोड़ा रोया, फिर सोच कर हंसा)

जल्द ही कुछ हफ़्तों में उसे
हनीमून पे अपने जाना था

Janu की जगह Java होती
दिल coder का बच जाना था
Janu की जगह Java होती
दिल coder का बच जाना था …

2 comments on “coder दिल

  1. shismitt says:

    Awesome bhai 😀

  2. deepti says:

    wow what a poem very nice

Leave a comment